समस्‍तीपुर में एएनडी कॉलेज के कार्यालय सहायक की गला रेत कर हत्या

समस्‍तीपुर ज‍िले में हत्‍या के विरोध में सड़क जाम टायर जलाकर की गई आगजनीशव के साथ आक्रोशितों ने किया प्रदर्शन अंदर से मकान था बंद दरवाजा तोड़कर निकाला गया शव पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया समस्तीपुर।पटोरी के एएनडी कॉलेज के कार्यालय सहायक वीरेंद्र कुमार यादव (52) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पटोरी थाना रोड के समीप प्रो. सुरेंद्र प्रसाद राय के मकान में पिछले दस-बारह सालों से वे रह रहे थे। दिन के 12 बजे तक जब वे अपने मकान से नहीं निकले तब मोबाइल से संपर्क किया गया। मोबाइल बंद रहने के कारण महाविद्यालय से आवश्यक कार्य के लिए लोग पहुंचे। पाया कि मकान में अंदर से ताला बंद है। बाहर से अंदर झांका तो चाबी वहीं पर अंदर में फेंकी गई थी।एएनडी कॉलेज के ङ्क्षप्रसिपल ने पटोरी थाना को सूचित किया। घटनास्थल पर जब थाना की पुलिस पहुंची तो दरवाजा तोड़कर अंदर देखा कि वीरेंद्र कुमार यादव का खून से लथपथ शव एक कमरे में पड़ा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को वीरेंद्र साढ़े पांच बजे तक महाविद्यालय में रहे। इस बीच उन्होंने महाविद्यालय में चल रहे विकास के कार्यों के लिए एक लाख की निकासी पटोरी के सेंट्रल बैंक से की थी।घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। घटना के पश्चात विरोध में छात्र तथा महाविद्यालय कर्मियों ने पटोरी-समस्तीपुर पथ को थाना के समीप जाम कर दिया और टायर जलाकर शव के साथ प्रदर्शन किया। बाद में शव को अंत्य परीक्षण के लिए समस्तीपुर भेज दिया गया है।

दोपहर बारह बजे तक नहीं पहुंचे कॉलेज तो पुलिस को दी गई सूचना

मिली जानकारी के अनुसार जब से 12 बजे तक महाविद्यालय परिसर में नहीं पहुंचे तो मोबाइल पर संपर्क किया गया। उनका मोबाइल स्विच ऑफ था। जब अत्यधिक आवश्यकता हुई तो महाविद्यालय के कुछ कर्मी उनके आवास पर पहुंचे। आवास अंदर से बंद था। जब अंदर झांक कर देखा गया तो चाबी का गु'छा अंदर फेंका हुआ था। जब शंका हुई तो इसकी सूचना पटोरी थाना को दी गई। थानाध्यक्ष संदीप कुमार पाल के नेतृत्व में पटोरी पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश की। अंदर एक कमरे में उनका शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था। उनकी हत्या रात में किए जाने की आशंका है

गले पर तेज धारदार हथियार के निशान भी मौजूद थे तथा हत्या का विरोध करने के कारण कई जगहों पर जख्म था। उस मकान में दो कमरे थे और दोनों में खून के निशान मौजूद थे। सामान भी अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ था। मकान के अंदर कई जले हुए सिगरेट, नमकीन के पैकेट और यत्र तत्र खून के निशान भी मौजूद थे। ज्ञात हो कि वीरेंद्र कुमार यादव उस मकान में 10- 12 साल से रह रहे थे। वह 1993 में एनडी कॉलेज में पदस्थापित किए गए तथा 2004 में उनकी नौकरी और रेगुलर हुई। वे मधेपुरा जिले के दमगारा गांव के निवासी थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि तेज धारदार हथियार से गला रेत कर उनकी हत्या की गई है। मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। वहीं एएनडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जयशंकर प्रसाद ने बताया कि कॉलेज में कुछ विकास के लिए कार्य कराया जा रहा था। इस एवज में कॉलेज फंड से उन्होंने एक लाख राशि सेंट्रल बैंक से निकाली थी।

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