औरंगाबाद बड़ी खबर बिहार के औरंगाबाद से आ रही है, बिहार के गया से लापता हुए जदयू नेता के भाई का का शव संदिग्ध अवस्था में मिलने से जिले में हड़कंप मच गईं है।मृतक जीतनराम मांझी के पार्टी हम के नेता थे। बुधवार को पुलिस ने रेलवे ट्रेक से जेडीयू नेता के भाई का शव बरामद किया था
पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड पर औरंगाबाद जिले में सोननगर रेलवे स्टेशन के पास रेल ट्रैक से बिहार राज्य अति पिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य और जदयू के वरीय नेता प्रमोद चंद्रवंशी के भाई व हम पार्टी के वरीय नेता मनोज चंद्रवंशी का शव बरामद किया गया है।
शव की बरामदगी बुधवार को ही हुई थी लेकिन उस वक्त पहचान नही हो सकी थी। गुरूवार को दोपहर बाद शव की पहचान जेडीयू नेता के भाई के रूप में होते ही जदयू और बिहार के राजनीतिक हलके में सनसनी मच गई। मिली जानकारी के मुताबिक जेडीयू नेता के भाई दो दिन पहले गया से लापता हुए थे। वही सोननगर में बुधवार को रेल ट्रैक से बरामद शव की गुरूवार को दोपहर बाद पहचान हुई। जेडीयू नेता के भाई के रूप में शव की पहचान होते ही हड़कंप मच गया। मृतक खुद जीतनराम मांझी के पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(सेक्यूलर) हमसे के नेता थे। बुधवार को पुलिस ने रेलवे ट्रेक से जेडीयू नेता के भाई का शव बरामद किया था। उस वक्त मृतक की पहचान नहीं हो सकी थी। मृतक हम नेता के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। मृतक की पहचान जेडीयू के सीनियर नेता और बिहार राज्य अतिपिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य प्रमोद चंद्रवंशी के बड़े भाई और हम नेता मनोज चंद्रवंशी के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि मनोज चंद्रवंशी गया के गुरुआ से अचानक गायब हो गए थे। बुधवार को रेल पुलिस ने मनोज चंद्रवंशी का शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया था आज शव की पहचान होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक हम नेता मनोज चंद्रवंशी के भाई जेडीयू नेता प्रमोद चंद्रवंशी ने कहा कि अपराधियों ने उनके भाई को अगवा करने के बाद मौत के घाट उतार दिया है और साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को रेलवे ट्रैक पर फेंका है। शव की पहचान के बाद बारूण पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। बारूण थानाध्यक्ष शमीम अहमद ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को पहचान के लिए सुरक्षित रखा गया था। गुरूवार को दोपहर बाद पहचान होने के बाद आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।