देवरिया शहर से सटे बभनी गांव निवासी कृष्णप्रताप यादव जो पेशे से शिक्षक हैं ने पुरानी परम्पराओ को त्यागकर 14 अप्रैल 2022 को अम्बेडकर जयंती के दिन तरकुलवा ब्लाक के नरायनपुर की डा संध्या यादव सुपुत्री मुन्ना यादव से संविधान की उद्देशिका पढ़ शादी रचाया
जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त कृष्णप्रताप यादव बचपन से ही तर्कवादी सोच के रहे हैं।इनके पिता स्मृतिशेष सत्यदेव यादव जी दयानन्द हाई स्कूल,देवरिया के फाउंडर प्रिंसिपल व आर्यसमाज के फालोवर रहे हैं।कृष्णप्रताप यादव जी से लग्न-मुहूर्त,मंत्र-पुरोहित एवं देवी-देवता विहीन विवाह करने के बाबत जब लोगों ने कौतूहलवश सवाल किया तो उन्होंने बड़े बेबाक लब्जों में कहा कि यदि बात लग्न और मुहूर्त की है तो भारत रत्न,बोधिसत्व बाबा साहब डा अम्बेडकर जिन्होंने भारतीय संविधान की संरचना की और बीसवीं सदी के दुनिया के छः विद्वानों में जिनका नाम शुमार है उनके जन्मदिन 14 अप्रैल से बेहतर लग्न-मुहूर्त वाला दिन कौन सा होगा,वैसे तो सभी दिन शुभ होते हैं।
कृष्णप्रताप यादव जी ने मंत्र की बात आने पर कहा कि हिन्दू,मुसलमान,सिक्ख,ईसाई, जैन,पारसी आदि सभी 140 करोड़ भारतीयों का सारा अधिकार व कर्तव्य भारतीय संविधान में सन्निहित है।भारतीय संविधान की उद्देशिका हमारे देश के संविधान का निचोड़ व मूल मंत्र है इसलिए इस उद्देशिका रूपी मंत्र के वाचन के साथ विवाह संपन्न करवाने से ज्यादा पवित्र कार्य और क्या हो सकता है और इससे बेहतरीन मंत्र कौन सा होगा?
कृष्णप्रताप यादव जी से जब यह पूछा गया कि कोई भी नया कार्य करने से पूर्व हम ईश्वर या देवी-देवताओं को याद करते हैं व उनका चित्र रखते हैं और विवाह आदि में उन्हें ही साक्षी रखते हैं फिर आपने किनको साक्षी रखा है?कृष्णप्रताप यादव जी ने कहा कि देवता उन्हें कहते हैं जो कुछ देते कुछ हों।भारतीय वंचित समाज को जिन लोगों ने कुछ दिया है,सच मे वही उनके देवता हैं।कृष्णप्रताप यादव जी का कहना है कि वैसे तो मैं देवी-देवता के कांसेप्ट को नहीँ मानता हूं लेकिन यदि कोई देवी-देवता है तो वे बुद्ध, कबीर,ज्योतिबा फुले,शाहू जी महाराज,पेरियार,सावित्रीबाई फुले, फातिमा शेख,भगत सिंह,रामस्वरूप वर्मा,ललई सिंह यादव,वीपी मण्डल,गाडगे साहब आदि बहुजन जननायक हैं जिन्होंने वंचित समाज को ज्ञानधारा से सिंचित किया है।देवरिया जनपद के ओबीसी समाज के कृष्णप्रताप यादव व डॉ संध्या यादव की बहुजन जननायकों की उपस्थिति में अम्बेडकर जयंती पर संविधान की उद्देशिका पढ़ की गई शादी चर्चा में आ गई है और प्रबुद्ध समाज द्वारा पिछड़े वर्गों में इसे एक नई शुरुआत के रुप में देखा जा रहा है।
लीक से हटकर की गई इस शादी को यादव शक्ति पत्रिका के प्रधान सम्पादक चंद्रभूषण सिंह यादव ने सम्पन्न करवाया तथा भारतीय संविधान व मण्डल कमीशन की रिपोर्ट उन्हें भेंट किया।उक्त अवसर पर पूर्व विधायक दीनानाथ कुशवाहा जी,सपा जिलाध्यक्ष डॉ दिलीप यादव जी,भंते महेंद्र जी,कैलाश विश्वकर्मा उर्फ शेर खान जी,जिला पंचायत सदस्य रहे ओमप्रकाश यादव जी,पूर्व एडीजीसी रामश्रृंगार यादव जी एडवोकेट,सपा अधिवक्ता प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष विजयसेन यादव जी,डेंटिस्ट डा प्रमोद यादव जी,दिल्ली यूनिवर्सिटी के डॉ धर्मवीर गगन जी,सुभाष यादव जी,हरिओम कुशवाहा जी,प्रो संजय बौद्ध जी,सतेंद्र गौतम जी आदि ने शामिल हो दूल्हा-दुल्हन को आशीष देते हुये इसे एक साहसिक निर्णय करार दिया और इस अभिनव शादी की सराहना की!