हिंदू धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व होता है। धनतेरस के दिन खरीदारी करना शुभ माना गया है। इस बार 22 अक्टूबर शनिवार और 23 अक्टूबर रविवार दोनों दिन धनतेरस की खरीदारी की जा रही है। 22 को द्वादशी तिथि दोपहर बाद 435 तक रहेगी। इसके बाद त्रयोदशी तिथि लगेगी।
हिंदू धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व होता है। धनतेरस के दिन खरीदारी करना शुभ माना गया है। इस बार 22 अक्टूबर, शनिवार और 23 अक्टूबर, रविवार, दोनों दिन धनतेरस की खरीदारी की जा रही है। 22 को द्वादशी तिथि दोपहर बाद 4:35 तक रहेगी। इसके बाद त्रयोदशी तिथि लगेगी, जो रविवार 23 अक्टूबर को शाम 5:08 बजे तक रहेगी। त्रयोदशी की रात्रि में यमदेव को दीपदान भी किया जाएगा।
वहीं धन्वंतरी व कामेश्वरी जयंती रविवार को मनाई जाएगी। मुहूर्त के अनुसार, धनतेरस के लिए सामान की खरीदारी शनिवार को दोपहर 1:30 बजे से अगले दिन शाम करीब पांच बजे तक की जा सकती है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार धनतेरस पर त्रिपुष्कर नामक शुभ योग बनने से हर तरह का निवेश और खरीदारी की जा सकती है।
गोल्फ ग्राउंड स्थित खडे़श्वरी मंदिर के पुजारी राकेश पांडेय के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। यह भगवान धन्वंतरी के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार धनतेरस प्रदोष व्रत व हनुमान जयंती का संयोग भी एक साथ पड़ रहा है। ऐसा संयोग 27 वर्षों के बाद हो रहा है।
धनतेरस और दीपावली में बाजार में होनेवाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक की नई व्यवस्था लागू की है। शनिवार दोपहर एक बजे से रविवार को भीड़ समाप्त होने तक शहर के सभी बाजार में बड़े-छोटे वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। दो और चार पहिया वाहन भी बाजार में नहीं घुस पाएंगे। खरीदारी के लिए केवल पैदल ही जाने की अनुमति दी गई है। इसके लिए सभी मार्केट के आगे बैरिकेड लगाया जा रहा है।
यहां लगाया जा रहा बैरिकेड
हीरापुर के लिए: हटिया मोड़, पानी टंकी, पंचमुखी मंदिर, विवेकानंद चौक, हरिमंदिर के पास बैरिकेड किया जाएगा।
हीरापुर के लिए पार्किंग स्थल: पार्क मार्केट ग्राउंड, झारखंड मैदान, हटिया मोड़ से गोल्फग्राउंड जानेवाले रास्ते के दोनों तरफ, अभय सुंदरी स्कूल परिसर।
पुराना बाजार के लिए बैरिकेडिंग: झरिया पुल के पास, गुप्ता मेडिकल के पास, हावड़ा मोटर, टेंपल रोड बालिका विद्यालय, शंभु धर्मशाला मोड़, टिकियापाड़ा मोड़, रतनजी रोड, रेलवे सिनेमा रोड आदि जगहों पर बैरिकेड रहेगा।
पुराना बाजार के लिए पार्किंग स्थल: रेलवे एप्रोच रोड के किनारे।
बरटांड़ मार्केट के लिए पार्किंग स्थल: नियोजनालय भवन मैदान।
स्टील गेट के लिए पार्किंग स्थल: कोयला भवन जाने वाली सड़क पर दोनों तरफ।
मिट्टी का घरौंदा बना आकर्षण का केंद्र, जमकर हो रही खरीदारी
भारतीय संस्कृति में दीपों के प्रकाश का विशेष महत्व है। जब बात रोशनी के पर्व दीपावली की हो रही हो तो दीये का महत्व और भी बढ़ जाता है। दीपावली पर रंगोली और घरौंदा बनाने की परंपरा सदियों से पुरानी है। मान्यता है कि यह सुख और समृद्धि का प्रतीक है। दीपावली को लेकर कई बच्चे खुद से घरौंदा का निर्माण करते हैं, तो कुछ बच्चे खरीदते हैं। हीरापुर स्थित पुलिस लाइन में मिट्टी के घरौंदा, गणेश लक्ष्मी की मूर्ति, आकर्षक दीये व मिट्टी के घंटी आदि की जमकर बिक्री हो रही है। यहां करीब 10 दुकानें हैं।घरौंदा बेचने वाला विशाल पंडित ने बताया कि पहले मिट्टी आसानी से मिल जाती थी, इसलिए घरौंदा की कीमत कम थी, लेकिन अब चारों ओर मकान बन जाने के कारण मिट्टी खरीदना पड़ता है। इससे घरौंदा के कीमत में वृद्धि हुई है। बताया गया कि इन दिनों हर रोज 50 से 60 घरौंदा की बिक्री हो रही है। एक घरौंदे की कीमत दो सौ से चार सौ रुपये तक है।