स्वास्थ्य मंत्री की सद्बुद्धि के लिए भोपाल में यज्ञ, NSUI बोली - मानसिक संतुलन खो बैठे हैं प्रभूराम चौधरी

NHM के पेपर लीक मामले में NSUI ने स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोला


मंत्रियों और शिक्षा माफियाओं का गठजोड़ युवाओं का भविष्य चौपट करने पर तुला हुआ है - रवि परमार



भोपाल - नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की संविदा स्टाफ नर्स परीक्षा का पेपर लीक मामले में शिवराज सरकार की चौतरफा किरकिरी हो रही है। कांग्रेस की छात्र विंग एनएसयूआई ने मामले में राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पर्चा आउट के दूसरे दिन एनएसयूआई मेडिकल विंग का अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला। दरअसल, बुधवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया।



सद्बुद्धि यज्ञ के आयोजनकर्ता व NSUI नेता रवि परमार ने कहा कि, "सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली से प्रदेश के युवा त्रस्त हैं। मंत्रियों और माफियाओं का गठजोड़ युवाओं का भविष्य चौपट करने पर तुला हुआ है। हमने स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी समेत पूरी कैबिनेट की सद्बुद्धि के लिए सद्बुद्धि हवन किया और भगवान से उन्हें सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि, 'शिवराज सरकार के सभी मंत्रियों की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है। वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। हमने उन्हें मनोरोग से निजात दिलाने के लिए इस यज्ञ का आयोजन किया है।"


परमार ने आगे कहा, "विश्व के सबसे बड़े प्रतियोगी परीक्षा घोटाले की जननी शिवराज सरकार आज भी पुराने ढर्रे पर चल रही है। चाहे शिक्षक भर्ती की बात करें या पुलिस आरक्षक, कृषि विकास अधिकारी भर्ती, असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती सभी मे व्यापम(पीईबी) के अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार करके सत्ताधारी दल के नेताओं को उपकृत किया। अब नर्सिंग एग्जाम में भी पेपर आउट हो गए। प्रदेश में खुलेआम लूट मची हुई है पहले तो कई सालों तक भर्ती परीक्षाएं नहीं होती हैं और अगर परीक्षाएं हो जाती है तो सालों तक रिजल्ट के इंतजार में चक्कर लगाने पड़ते हैं। कभी परीक्षाओं का रिजल्ट लिक हो जाता है तो कभी पेपर ही लिक हो जाता है, इसके कारण प्रदेश के हजारों अभ्यर्थियों को परेशानियों का सामना करना‌ पड़ रहा है आगे कहा कि जो पेपर देने हजारों छात्र छात्राएं परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे उनको आवागमन का भत्ता दिया जाए और उनकी परीक्षा शीघ्र कराएं जाई ।


एनएसयूआई नेता अक्षय तोमर ने बताया कि नर्सिंग स्टाफ और फार्मासिस्ट के पदों पर पिछले साल 3 और 4 अगस्त को भर्ती परीक्षा करवाई गई थी। लेकिन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। इसके बाद 7 फरवरी नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की संविदा स्टाफ नर्स परीक्षा आयोजित होने से पहले ही पर्चा आउट हो गया यह सरकार की नाकामी नहीं बल्कि माफियाओं से मिलीभगत का नतीजा है। 


तोमर ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संविदा नर्सिंग स्टाफ की 2284 रिक्त पदों की भर्ती परीक्षा मंगलवार को आयोजित की गई थी परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की गई थी। सुबह की शिफ्ट का पेपर हो गया था। दोपहर की शिफ्ट का पेपर शुरू होने से पहले ही पेपर लीक की जानकारी सामने आई। हालांकि, बवाल मचने के बाद परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अभ्यर्थी परीक्षा की फीस लौटाने और इसी महीने दोबारा परिक्षा कराने की मांग कर रहे हैं। छात्र संगठन एनएसयूआई भी अभ्यर्थियों के समर्थन में उतर आई है और लगातार प्रदर्शन कर रही है 


इस मौके पर अक्षय तोमर अरूण सिंह राजपूत राजवीर सिंह देव अवस्थी विदुशी शर्मा ईश्वर चौहान वंश कनोजिया रवि पटेल मोहित पटेल अनिमेश गोंडली शिवांग तोमर आर्यन झा शिव दांगी और सभी कार्यकर्ता उपस्थित थे । 



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