देश की प्रगति का सूचक महिला उद्यमिता न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाता है बल्कि अन्य लोगों के लिए भी रोज़गार के अवसर उत्पन्न करता है। सपने देखना और उन्हें साकार करने की हिम्मत रखना सफल उद्यमियों की निशानी है। बिहार के दरभंगा ज़िले के कन्हई गाँव की मोना झा ऐसी ही एक मिसाल हैं जो युवाओं के लिए प्रेरणाश्रोत बनने की राह पर अग्रसर हैं।
वर्तमान में वडोदरा गुजरात में दसवीं कक्षा में पढ़ रही मोना, साइमोना क्रिएशन की फाउंडर हैं और प्रसिद्ध लेखिका ज्योति झा की लिखित महिला सशक्तिकरण को दर्शाती उपन्यास ‘आनंदी’ के नाट्य रूपांतरण में मुख्य भूमिका निभा चुकी हैं। लेट्स इंस्पायर बिहार के अंतर्गत, पटना के प्रतिष्ठित विद्यापति भवन में आयोजित आनंदी नाट्य मंचन की सफलता के पश्चात, श्री सायाजी गृह अकोटा एवं पारुल यूनिवर्सिटी वडोदरा गुजरात में पुनः साइमोना क्रिएशन द्वारा आनंदी नाट्य मंचन आयोजित किया जाएगा जो कि 2 और 3 जुलाई को सुनिश्चित किया गया है। कार्यक्रम में विमन एक्सीलेंस अवार्ड गुजरात के अन्तर्गत 100 महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में अद्वितीय योगदान से समाज के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। कार्यक्रम में जहां कई विख्यात नाम अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित करेंगे, वहीं बिहार के सुप्रसिद्ध एवं लोकप्रिय आईपीएस विकास वैभव, अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अनुग्रह करेंगे। आईपीएस विकास वैभव ने अपनी मुहिम लेट्स इंस्पायर बिहार से कई सकारात्मक बदलाव लाये हैं जो कि न केवल बिहार में व्याप्त है बल्कि संपूर्ण विश्व में बसे बिहारियों पर अपना प्रभाव दिखाया है। उद्यमिता एवं महिला उद्यमिता, लेट्स इंस्पायर बिहार का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ है और इसी के अन्तर्गत नये एवं युवा उद्यमियों को विभिन्न सहयोगों द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है। इसी मार्गदर्शन से प्रेरित होकर, साइमोना क्रिएशन द्वारा मोना मोहन झा भी समाज में अपना महत्त्वपूर्ण योदगान देने के लिए प्रयासरत हैं।