नेशन संवाद संवाददाता कटिहार।
लोक आस्था का महापर्व को लेकर जिले के प्राणपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार सौरभ, अंचल अधिकारी नलनी कान्त, रोशना ओपी थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने छठ व्रतियों के लिए छठ घाटों की साफ सफाई का जायजा लिया। प्रखंड स्थित विभिन्न छठ घाटों का सफाई कार्य से जुड़े सभी संबंधित कर्मियों के दल के साथ स्थल का भौतिक निरीक्षण किया।
इसी कड़ी में प्रखंड क्षेत्र में स्थित ननसूरी घाट का निरीक्षण करते हुए ससमय इन छठ घाटों की बेहतर साफ सफाई करने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं छठ व्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उपलब्ध संसाधन के अनुरूप सभी आवश्यक व्यव्यस्था किये जाने का आदेश दिया है। आगामी 30 नवम्बर को छठ पर्व मनाया जाएगा। संपूर्ण बिहार राज्य सहित प्राणपुर प्रखंड में भी कई मुख्य छठ घाटों पर हजारों की संख्या में छठव्रतियों के साथ साथ उनके परिजन छठ मैया की आराधना हेतु उपस्थित होते हैं । जिसको लेकर सभी छठ घाटों पर अपार भीड़ एकत्रित होती है । हिंदू आस्था का महापर्व छठ पर्व में होने वाली अपार भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्राणपुर प्रशासन साफ सफाई के साथ-साथ छठ घाट पर होने वाली सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर काफी तत्पर नजर आ रहा है। सभी छठ घाटों के निरीक्षण के उपरांत अंचल अधिकारी नलनी कान्त ने घाट पर छठ व्रतियों के कपड़े बदलने को लेकर छोटे-छोटे चेंजिंग रूम बनाने का निर्देश दिया। ऊधर सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा आज से आरंभ होने जा रही है। नहाए खाए के सात तीन दिवसीय पर्व की शुरुआत होगी। निर्जल निराहार व्रत रखने से पूर्वज व्रत कद्दू से बने विशेष कद्दू भात का सेवन करेंगे। इसके पीछे धार्मिक मान्यता भी है पंडित परशुराम झा के अनुसार सनातन धर्म में प्रकृति की आराधना करना सिखाया गया। विशेषकर सूर्य छठ मैं सूर्योदय के साथ सूर्यास्त की भी पूजा की जाती है। नैतिकता के आधार पर यह संदेश भी है कि सनातन अनु यानी अच्छे के साथ बुरे वक्त का भी साथी होता है। ज्ञात हो कि आस्था का महापर्व छठ पूजा की तैयारी जोरों शोरों से की जा रही है। हर चौक चौराहे पर छठ भक्ति गीत की धूम मची हुई है। चारों तरफ छठ पूजा की जय कार हो रही है। नहाए खाए के साथ छठ पूजा अर्चना में लोग लगे हुए हैं। वहीं पश्चिम बंगाल के श्रद्धालु बिहार के महानंदा नदी लाभा पुल एवं बाबूपुर घाट पर हजारों की तादाद में पश्चिम बंगाल तथा बिहार के सभा में पहुंचकर स्नान किया छठ पूजा को लेकर पूरा क्षेत्र भक्ति में बना हुआ है।