सत्ताधारी दल के दो नेता कर रहे प्रोफेसर की फर्जी नौकरी,बिना कॉलेज जाए उठा रहे हैं मासिक सैलरी

पूर्व में भी किया जा चुका है निष्कासित, एनएसयूआई ने उठाए निष्कासन की मांग

भोपाल- देश का पहला हिंदी विश्वविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी विवि से भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। सत्ताधारी दल भाजपा के दो पदाधिकारी जो यहां गेस्ट फैकल्टी के तौर पर कार्यरत हैं, वो बिना क्लास लिए विवि से मासिक सैलरी लेते हैं। 


जब इस बात की भनक एनएसयूआई को लगी तो कार्यकर्ताओं ने छात्रों से बातचीत कर सुबूत इकट्ठा किए, जिसमें यह सामने आया कि प्रियेश उपाध्याय भोपाल के पंचशील नगर मंडल अध्यक्ष हैं और संदीप श्रीवास्तव भाजपा की भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा जी के आधिकारिक पीआरओ हैं। (कागज संलग्न) इस बात की पुष्टि के बाद एनएसयूआई ने मोहित पटेल के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को इसकी शिकायत कर उन्हें विवि से बर्खास्त करने की मांग की, ताकि विवि में किसी तरह राजनीतिक गतिविधियों का प्रभाव का असर छात्र छात्राओं के भविष्य पर न पड़े।

छात्र-छात्राओं ने बातचीत के दौरान बताया कि साल 2020 में संदीप श्रीवास्तव को तत्कालीन कुलपति ने बिना यूनिवर्सिटी आए सैलरी लेने और पार्टी विशेष के लिए काम करने के कारण हटा दिया था लेकिन वर्तमान कुलपति के आने के बाद उन्हें फिर से नियुक्त कर दिया गया

एनएसयूआई ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोनो प्रोफेसरों को तत्काल रूप से बर्खास्त नही किया गया तो एनएसयूआई विश्वविद्यालय में उग्र प्रदर्शन करेगी।

इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ता मोहित पटेल, विराज यादव, रवि पटेल, विक्रम अमलावे, बिरम सेन मौजूद रहे।









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