समस्तीपुर सदर डीएसपी मो० सेहबान हबीब फखरी, दलसिंहसराय थानाध्यक्ष सुनील कुमार, सरायरंजन थानाध्यक्ष रामचंद्र चौपाल और उजियारपुर थानाध्यक्ष अनिल कुमार तथा अन्य पुलिस बल के जवानों के अथक प्रयास से पुलिस ने बीते 17 अक्टूबर को सरायरंजन थाना क्षेत्र के एनएच-322 स्थित छज्जा चौक के पास हुए मोटरसाइकिल और मोबाइल छिनतई की घटना का सफल उद्भेदन कर लिया है।
इस बाबत मंगलवार को समस्तीपुर सदर एसडीपीओ कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सदर डीएसपी मो० सेहबान हबीब फखरी ने बताया कि बीते 17 अक्टूबर को सरायरंजन थाना क्षेत्र के छज्जा चौक के पास मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात अपराध कर्मियों के द्वारा ताजपुर थाना क्षेत्र के वाजिदपुर करनैल निवासी शंकर ठाकुर के पुत्र जितेंद्र कुमार की मोटरसाइकिल और मोबाइल की छिनतई की घटना को अंजाम दिया गया था। जिसके संबंध में सरायरंजन थाना कांड संख्या 292/22 दर्ज किया गया था।घटना के सफल उद्भेदन को लेकर समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक हृदय कांत के निर्देश पर समस्तीपुर सदर डीएसपी मो० सेहबान हबीब फखरी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया था।पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सदर डीएसपी श्री फखरी ने बताया कि मानवीय व तकनीकी सूचना एवं अनुसंधान के आधार पर कांड के उद्भेदन तथा घटना में संलिप्त अपराध कर्मियों का पता कर 31 अक्टूबर को कांड में लूटे गए मोबाइल के साथ अप्राथमिक अभियुक्त दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के बसढ़िया वार्ड नंबर 6 निवासी उपेंद्र राय के पुत्र सोनू कुमार को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया। पुलिस के द्वारा की गई विस्तृत पूछताछ में गिरफ्तार सोनू ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने सभी साथियों का नाम बताया। जिसमें दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के बसढ़िया वार्ड नंबर 6 निवासी लखेंद्र राय के पुत्र नीरज कुमार, उजियारपुर थाना क्षेत्र के चांदचौर रामनगर वार्ड नंबर 10 निवासी शत्रुघ्न दास के पुत्र राहुल कुमार एवं उजियारपुर थाना क्षेत्र के ही चांदचौर रहीमटोल निवासी मो० परवेज के पुत्र शम्स तबरेज को गिरफ्तार किया गया। लूटे गए दो मोबाइल सहित तीन मोबाइल, लूटी गई दो मोटरसाइकिल एवं विभिन्न कांडों में लूटे गए अन्य दस्तावेज व सामान बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अपराधियों ने समस्तीपुर जिले के वैनी ओपी, विभूतिपुर,मुफ्फसिल एवं उजियारपुर थाने क्षेत्र में घटित हुई विभिन्न लूट की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।