समस्तीपुर जिले के सभी प्रखंडों में सरस्वती पूजा धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी कोचिंग संस्थान,सरकारी व निजी स्कूलों में मां सरस्वती की प्रतिमा रखकर पूजा-पाठ किया जाता है। इसके लिए पूजा समितियों, विद्यालयों व कोचिंग संस्थानों ने अपने-अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है।
बसंत पंचमी अवसर पर जिले विभिन्न स्थानों पर मूर्तिकार आगामी 26 जनवरी को जिले में सरस्वती पूजनोत्सव को लेकर मूर्तिकारों ने मां सरस्वती की प्रतिमा बनाने में जुट गए हैं। प्रतिमा को निर्धारित तिथि तक पूर्ण करने के लिए मूर्तिकार पूरी तन मन से काम कर रहे हैं।
नए साल के शुरू होते ही मूर्तियों की बुकिंग शुरू हो जाती है। इसके लिए लोग अपने लिए प्रतिमाओं की अग्रिम बुकिंग कर लेते हैं।ताकि मूर्तिकार उनके हिसाब से मूर्तियों को अंतिम रूप दे सकें,संवाददाता ब्रजेश कुमार से बातचीत के दौरान न्यू सुपर मूर्ति आर्ट के मूर्तिकार उमेश पंडित (विनोद) ने बताया कि वो साल भर बसंत पंचमी का इंतजार करते हैं,क्योंकि बसंत पंचमी में वे हजारों प्रतिमा बनाते हैं,जिससे उनका जीवन यापन होता हैं,बसंत पंचमी के अलावा वो बाकी समय सीमेंट की मूर्तियां भी बनाते हैं, वे बताते हैं कि वसंत पंचमी के दौरान बनने वाली प्रतिमा के लिए वे दो महीने पहले से लग जाते हैं, वे बताते हैं मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी जिले से 30- 40 किलोमीटर दूर से लाते हैं, वे दो फीट से आठ फीट की मूर्तियां बनाते हैं,जिसकी कीमत पांच सौ से लेकर दस हजार रुपए तक हैं!
पीढ़ियों से बनाते आ रहे हैं मूर्तियां : शहर के हसनपुर जितवारपुर में पिछले कई वर्षों से मूर्तियां बनाई जा रही हैं।यह उनका पुश्तैनी काम है।