पुलिस अपराधी- माफिया को संरक्षण देना बंद करे, पीड़ित जनता की सुनें- बंदना सिंह
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं तो 25 फरवरी से पूसा थाना पर होगा अनिश्चितकालीन घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन- अमित कुमार
भाकपा माले प्रखण्ड सचिव अमित कुमार को जान मारने की धमकी देने से संबंधित पूसा थाना कांड सं०-113/22 के आरोपियों को गिरफ्तार करने, उक्त मामले में धारा 506 प्राथमिकी में जोड़ने, पूसा थानाध्यक्ष का अपराधी- माफिया से सांठगांठ की उच्च स्तरीय जांच कराने समेत अन्य मांगों को लेकर बुधवार को भाकपा माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मानस मंदिर से जुलूस निकालकर पूसा थाने का घेराव किया
इस दौरान प्रखण्ड के विभिन्न पंचायतों से झूठे माले कार्यकर्ताओं ने अपने- अपने हाथों में झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित तख्तियां लिये जोर- जोर से नारे लगाते रहे. प्रदर्शन के बाद मौके पर एक सभा का आयोजन किया गया.
बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह ने कहा कि पुलिस के संरक्षण में खुल्लमखुल्ला शराब का धंधा फल- फूल रहा है. अपराधियों को संरक्षित दिया जा रहा है. पीड़ित की थाना सुनती तक नहीं है. निर्दोष लोगों को तरह-तरह- तरह से परेशान किया जाता है. उन्होंने कहा कि यदि थाना में लगे सीसीटीवी का फुटेज को खंघाला जाये या शांति समिति की बैठक की जांच की जाये तो बड़े- बड़े अपराधी- माफिया से थानाध्यक्ष का सांठगांठ का भंडाफोड़ हो जाएगा. माले नेत्री ने जान मारने की धमकी देने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी अन्यथा आंदोलन तेज करने की चेतावनी पुलिस प्रशासन को दी.
महमदा मुखिया प्रतिनिधि रविशंकर प्रसाद सिंह, दिघरा के मुखिया पंकज कुमार, माले स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह, जिला कमिटी सदस्य आसिफ होदा, महेश कुमार, रौशन कुमार, जयंत कुमार, उपेंद्र राय, अनील चौधरी, गंगा पासवान, प्रखण्ड कमिटी सदस्य उषा सहनी, रवींद्र सिंह, सुरेश पासवान, राजाराम सिंह, श्याम सिंह, रामविलास पासवान, इस्तेखार आलम, आइसा के मो० फरमान समेत बतहू महतो, मो० याकूब, मो० यासीन, रामबाबू सिंह, मिथिलेश सिंह, मनोज गुप्ता, गुड्डू कुमार, जीतेंद्र राय, सीताराम राय, सुनीता देवी, सिंधू देवी, विभा देवी, मालती देवी, मौली देवी, जय कला देवी आदि ने सभा को संबोधित किया.
सभा में अध्यक्षीय भाषण देते हुए प्रखण्ड सचिव अमित कुमार ने उक्त मांगों पर कारबाई नहीं होने पर 25 फरवरी से थाना परिसर में अनिश्चितकालीन घेरा डालो- डेरा डालो आंदोलन चलाने की घोषणा की.