Samastipur : नव विहान सेवा सोसायटी द्वारा भारत में शिक्षा पद्धति का स्वरूप एवं क्रमिक विकास पर दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

Samastipur : समस्तीपुर नगर निगम वार्ड संख्या-19 में नव विहान सेवा सोसायटी द्वारा भारत में शिक्षा पद्धति का स्वरूप एवं क्रमिक विकास पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया


सेमिनार का उद्घाटन मिथिला यूनिवर्सिटी के संस्कृत शोध के पूर्व निदेशक डा.डी.के.यादव तथा यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डा. मुनेश्वर यादव ने किया। संस्था के अध्यक्ष उपेंद्र राय ने अतिथियों का स्वागत किया,कार्यक्रम की शुरुआत नव बिहान सेवा सोसायटी के सचिव सह पूर्व बैंक अधिकारी चंदेश्वर राय ने की तथा विषय प्रवेश कराया। 

इस कार्यक्रम में पूर्व प्रधानाध्यापक मो. जफर शाह इमाम, मो. शब्बीर तथा मन्नू पासवान ने इस्लामिक शासन काल में शिक्षा व्यवस्था एवं उनके समकालीन प्रभाव विषय पर अपने विचारों को प्रस्तुत किया। वैदिक एवं बुद्ध कालीन प्राचीन शिक्षा व्यवस्था पर डा. डी.एन.यादव, डा. मुनेश्वर यादव, राम संजीवन पाण्डेय एवं मीरा यादव ने अपने विचारों को प्रकट किया। 



डा. दयानंद मेहता ने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी एवं ब्रिटिश शासन काल में शिक्षा नीति में मूल परिवर्तन का प्रभाव विषय पर प्रकाश डाला। पद्मश्री सुधा वर्गीस संस्थापक नारी गुंजन एनजीओ (पटना) और सुश्री शरद कुमारी, एक्शन एड एसोसिएशन (इंडिया) पटना ने अच्छी संख्या में प्रतिभागियों को संबोधित किया।


स्वाधीन भारत में शिक्षा नीति, बदलाव एवं उनके दूरगामी परिणाम शिक्षा नीति पर डाo लड्डूलाल वर्मा ने विचार प्रकट किया। बाल शिक्षा, वयस्क शिक्षा पर रजनीश कुमार ने अपना संबोधन दिया।छात्र/शिक्षाविदों से सामाजिक अपेक्षाएं विषय पर अधिवक्ता मनोज गुप्ता, अधिवक्ता अरुण कुशवाहा, पूर्व प्रधानाध्यापक राजकुमार राय, पूर्व शिक्षक रामाशीष राय ने अपने अपने विचारों को श्रोता के समक्ष रखा। 


मौके पर स्थानीय विधायक प्रतिनिधि सह जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर, प्रोफेसर दिनेश्वर राय, वरीय समाजसेवी जगदीश राय, हरे कृष्ण रजक, पूर्व शिक्षक हरि नारायण राय, पूर्व शिक्षक जगदीश प्रसाद राय, संस्था के कोषाध्यक्ष अजय कुमार, प्रोफेसर डाo विमल कुमार,डॉ सुधीर कुमार, शिक्षिका गायत्री कुमारी, नंदन कुमार,पूर्व पंचायत सचिव आनंदी राय आदि मौजूद थे।



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