समस्तीपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित आरपीएफ बैरक में इस बार जन्माष्टमी की पूजा सादे समारोह में हुई। पिछले वर्ष भी कोरोना के कारण इसी तरह से पूजा हुई थी। इस बार धूमधाम से पूजा की तैयारी की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन आरपीएफ में भी कुछ अधिकारियों ने इस पर आपत्ति व्यक्त की।
वरीय अधिकारी के आदेश पर सादे समारोह में पूजा हुई। इंटनरेट मीडिया पर भी चर्चा तेज है। पूजा को लेकर आपस में चंदा के रूप में एकत्रित राशि को भी वापस लौटा दिया गया। आरपीएफ सदस्यों चर्चा है कि इस बार आधिकारिक आदेश नहीं मिलने की वजह से ऐसा निर्णय लिया गया। जन्माष्टमी को लेकर धूमधाम से पूजा आयोजित करने की तैयारी शुरू हुई थी। भगवान की मूर्ति में रंग रोगन का भी कार्य चल रहा था। गुरुवार को पूजा को मेला का रूप नहीं देने का निर्णय लिया गया। इसके बाद मूर्ति में रंग रोगन का कार्य अधूरा छोड़कर उसे मंदिर के पीछे रख दिया गया।समस्तीपुर रेल मंडल के RPF बैरक में नहीं हुई जन्माष्टमी की पूजा, अधूरा मूर्ति को मंदिर के पीछे रखा मिला
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8/21/2022 12:43:00 pm